Ped Ka Pata
- Author: Sushil Shukla
- Illustrator: Taposhi Ghoshal
- Publisher: Jugnoo Prakashan, an imprint of Ektara Trust
- Product Code: Story Book
- Availability: In Stock
मशहूर कथाकार प्रियम्वद की यह किताब हिन्दी में बच्चों के लिए अनूठी किताब है। हिन्दी में क्रिएटिव नॉनफिक्शन
की किताबें कम हैं। यह इसी इलाके की किताब है। इसमें आठ रचनाएँ हैं। अलग-अलग समयों की कहानियाँ। इसमें सिकन्दर के दस सवाल नाम की रचना है।
ईसा से 327 वर्ष पूर्व की। बैशाख पूर्णिमा में बुद्ध के जीवन के सुन्दर प्रसंग हैं। फानी बुआ फैनी पार्क्स की डायरी है। 1822 से 1845 के समय के हिन्दुस्तान की
झलकियाँ हैं। इस डायरी में उस समय के समाज का दिलचस्प वर्णन है। इस रचना का एक सुन्दर हिस्सा बताता है कि इस दौरान घरेलू काम काज करने वालों को कितना
वेतन मिलता था। इस सूची से उस समय की कितनी ही बातें समझ में आती हैं। इस डायरी में रोज़मर्रा में बोले जाने वाले शब्दों की सूची है। इस सूची से भी उस समय की
भाषा तथा वह समय किनके इर्द गिर्द घूमता था, यह पता चलता है। इसी क्रम में गाछ बिरछ पेड़ और माँ की भूमिकाओं में इस तरह शामिल है कि पेड़ माँ और माँ पेड़ की तरह
झलकती है। सत्रहवीं सदी का शाहजहाँ का किस्सा है। आधे रुपए की चप्पल पाने के लिए औरंगजेब के सामने असहाय शाहजहाँ की करुण कहानी है। यात्री मनूची के हवाले से।
1880 में प्रकाशित आबेहयात जैसी अद्भुत किताब का एक अंश है। खासतौर पर भाषा की रंगत पर आधारित। कि कैसे उस समय के हिन्दुस्तान की भाषा समावेशी है। एक कहानी है। शहतूत की एक पुड़िया है।
शहतूत खाने के बाद पता चलता है कि वह कागज़ असल में किसी की एक चिट्ठी है। एक शानदार चिट्ठी के हवाले से एक अनजान किरदार की कहानी औऱ एक चिट्ठी नदी को भी है।
तो इस तरह देखें तो यह किताब कोई तीन हज़ार सालों में फैली है।
इन सब रचनाओं के चित्र इस समय की मेहबूब चित्रकार प्रिया कुरियन के बनाए गए हैं। प्रिया के चित्र इन समयों की झलकियाँ देते हैं। उनमें शहतूत के रस से भीगे कागज़ हैं और मुहम्मद हुसेन हैं, स्मृतियों की माँ है,
घोड़े पर बैठी फैनी पार्क्स हैं और असीम शान्ति में लेटे बुद्ध हैं।
Age | |
Age | 3+ |
Book Details | |
Author | Sushil Shukla |
Illustrator | Taposhi Ghoshal |
Publisher | Jugnoo Prakashan, an imprint of Ektara Trust |
Year | 2025 |
Binding | Paperback |
ISBN | 978-81-9469-287-4 |
Language | Hindi |
No. of Pages | 28 |
Size | 8.5×8.5 inches |
Colour | Four Colour Print |
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